Connect with us

सीएम धामी से मिले बीकेटीसी अध्यक्ष, भू-कानून को लेकर की गयी पहल के लिए व्यक्त किया सीएम का आभार…

उत्तराखंड

सीएम धामी से मिले बीकेटीसी अध्यक्ष, भू-कानून को लेकर की गयी पहल के लिए व्यक्त किया सीएम का आभार…

देहरादून। भू-कानून को लेकर पूर्व मुख्य सचिव सुभाष कुमार की अध्यक्षता में गठित समिति में सदस्य रहे श्री बदरीनाथ – केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से भेंट की और भू – कानून के संबंध में मुख्यमंत्री द्वारा की जा रही पहल के लिए उनका आभार जताया। उन्होंने बीकेटीसी के अस्थायी कार्मिकों के विनियमितीकरण और ज्योतिर्मठ आपदा के विषय में भी सीएम से चर्चा की।

यह भी पढ़ें 👉  सीमांत गांव जादूंग अब वाइब्रेंट विलेज योजना के तहत पर्यटन की नई पहचान बनने की ओर अग्रसर...

शनिवार को सचिवालय में मुख्यमंत्री धामी से भेंट के दौरान अजेंद्र ने प्रदेश में नए भू – कानून के संबंध में की जा रही पहल को जनाकांक्षाओं का प्रतिबिंब बताया। उन्होंने  कहा कि भू – कानून को लेकर मुख्यमंत्री द्वारा जो प्रतिबद्धता जताई गयी है, वह निश्चित ही राज्य के दीर्घकालिक हितों के अनुकूल है। बीकेटीसी अध्यक्ष ने ज्योतिर्मठ आपदा को लेकर भी मुख्यमंत्री से चर्चा की। उन्होंने ज्योतिर्मठ में सुरक्षात्मक उपायों और प्रभावितों की समस्या के निराकरण की मांग उठायी और इस संबंध में मुख्यमंत्री को पत्र भी सौंपा।

यह भी पढ़ें 👉  सीमांत गांव जादूंग अब वाइब्रेंट विलेज योजना के तहत पर्यटन की नई पहचान बनने की ओर अग्रसर...

अजेंद्र ने इस दौरान बीकेटीसी के अस्थायी कार्मिकों का मुद्दा भी सीएम के समक्ष रखा और उन्हें इस बावत एक पत्र भी सौंपा। उन्होंने कहा बीकेटीसी बदरीनाथ व  केदारनाथ समेत 47 मंदिरों का प्रबंधन करती है। इसके अलावा धर्मशाला, संस्कृत विद्यालय व महाविद्यालय भी संचालित किए जाते हैं। इनमें व्यवस्थाओं के संपादन के लिए बड़ी संख्या में अस्थायी कार्मिक नियुक्त हैं। अधिकतर अस्थायी कार्मिक अल्प वेतन पर कई वर्षों से कार्यरत हैं। उन्होंने अस्थायी कार्मिकों के लिए वन टाइम सेटलमेंट की नीति अपनाते हुए उनके विनयमितीकरण की मांग रखी।

यह भी पढ़ें 👉  सीमांत गांव जादूंग अब वाइब्रेंट विलेज योजना के तहत पर्यटन की नई पहचान बनने की ओर अग्रसर...
Continue Reading
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

More in उत्तराखंड

उत्तराखंड

उत्तराखंड
To Top