उत्तराखंड
उत्तराखंडः जेलों में चिकित्सकों की भर्ती को लेकर कवायद तेज…
Sarkari Naukri: उत्तराखंड में सरकारी नौकरी का सुनहरा मौका है। कई पदों पर सीधी भर्ती होने जा रही है। बताया जा रहा है कि हाईकोर्ट की सख्ती के बाद प्रशासन अब जेलों में वाक इन इंटरव्यू के माध्यम से चिकित्सकों को तैनात करने की तैयारी कर रहा है। साथ ही चिकित्सकों से ही उनके वेतन के संबंध में पूछा जाएगा और उसके आधार पर उनकी तैनाती की जाएगी। आइए जानते है इस भर्ती से जुड़ी पूरी डिटेल्स..
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार प्रदेश के जेलों में कैदियों को सही स्वास्थ्य सेवाएं नहीं मिल पाती है। जेलों में न तो नियमित चिकित्सक हैं और न ही प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं के लिए ठोस व्यवस्था हैं। जेलों में कैदी समय-समय पर बीमार होते रहते हैं। चिकित्सकों के न होने के कारण इन्हें इलाज के लिए नजदीकी सरकारी अस्पतालों में ले जाना पड़ता है। ऐसे में जेलों में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर अब हाईकोर्ट ने सख्त रुख दिखाया है। जिसपर जेल प्रशासन ही गृह विभाग के जरिये इनकी तैनाती की तैयारी कर रहा है।
बताया जा रहा है कि जल्द ही जेलों में वाक इन इंटरव्यू के माध्यम से चिकित्सकों को तैनात की जाएगी। जिसकी कवायद शुरू कर दी गई है। वहीं केंद्र सरकार ने भी कुछ समय पहले राष्ट्रीय जेल कानून लागू किया है। इसमें जेलों में हर जेल में पुरुष व महिला चिकित्सक और मनोचिकित्सकों की तैनाती अनिवार्य की गई है। ऐसे में हाईकोर्ट में जेलों की सुविधाओं के संबंध में हुई सुनवाई के दौरान सरकार ने अपने जवाब में कहा कि जेलों में संविदा पर चिकित्सकों की तैनाती की जा रही है। इस कड़ी में वाक इन इंटरव्यू के माध्यम से चिकित्सकों की तैनाती की जाएगी।
गौरतलब है कि प्रदेश में अभी कुल 11 जेल हैं। इनमें नौ जिला जेल और दो उप जेल है। इन जेलों में इस समय 5300 से अधिक कैदी बंद हैं। कैदियों की यह संख्या जेलों की कुल क्षमता से कहीं अधिक है। प्रदेश की जेलों में कैदी रखने की क्षमता लगभग 3700 ही है। इस कारण एक ही बैरक में निर्धारित से अधिक संख्या में कैदी बंद हैं। इस कारण यहां संक्रामक रोग फैलने की आशंका बनी रहती है।
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