उत्तराखंड
जोशीमठ भू-धंसाव के सम्बंध में सीएस ने दिए अधिकारियों को ये निर्देश, पढ़ें…
Joshimath Sinking: जोशीमठ में भूधंसाव से खड़े खतरे से जनहानी को बचाने के लिए प्रशासन मुस्तैद हो गया है। भूधंसाव से प्रभावित जोशीमठ के डेंजर जोन को खाली कराने का अभियान शुरू कर दिया गया है। वहीं मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु ने आज सचिवालय में जोशीमठ भू-धंसाव के सम्बंध में शासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि इस समय एक-एक क्षण बहुत महत्वपूर्ण है,प्रभावित क्षेत्र में रह रहे लोगों को अविलम्ब सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट किया जाए।
सीएस ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि लोगों को जिस स्थान पर शिफ्ट किया जा रहा है, वहां पेयजल आदि की उचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए साथ ही प्रभावित क्षेत्रों में टूटी पेयजल, सीवर एवं विद्युत लाइनों आदि को भी दुरूस्त किया जाए। सीएस ने निर्देश दिए कि भू-धंसाव क्षेत्र में Toe Erosion को रोकने के लिए आज से ही कार्य शुरू किए जाए और गिरासू भवनों को शीघ्र ध्वस्त किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि विशेषज्ञों आदि को प्रभावित क्षेत्र में पहुंचने में समय न लगे।
बताया जा रहा है कि क्षेत्र में एसडीआरएफ ने खतरे वाले भवनों के स्वामियों को घर खाली करने का तीन दिन का नोटिस दिया है। वहीं घर खाली करने में मदद करने के लिए एसडीआरएफ की 60 जवानों की टीम लगाई गई है। यहां करीब 500 घरों को खाली किया जाना है। हालांकि लोग घरों को छोड़ने को राजी नहीं है, इससे जिला प्रशासन की चुनौती बढ़ी है।
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