उत्तराखंड
विधानसभा सत्र: दूसरे दिन सदन में विपक्ष ने इन सवालों पर सरकार को घेरा…
Uttarakhand News:उत्तराखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आज दूसरा दिन रहा। सदन के दूसरे दिन पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह सहित कई विधायकों ने सदन में कई मुद्दों पर घेरते हुए सीएम की सुनवाई पर भी सवाल उठाए। जहां एक और विपक्ष ने सवालों की बौछार की तो वहीं मंत्रीमंडल ने उनके जवाब देते हुए सरकार के कार्य गिनाए।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार दूसरे दिन की कार्यवाही के दौरान विधानसभा के सदस्यों ने विभागीय मंत्री से कई सवाल किए। सदन में विधायक प्रीतम सिंह ने गैरसैंण ग्रीष्मकालीन राजधानी का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि सरकार ने ग्रीष्कालीन राजधानी गैरसैण की अवमानना की है सरकार ने घोषणा की लेकिन आज तक एक भी सत्र वहां पर आयोजित नही हुआ है। भाजपा सरकार के निर्णय दूरदर्शी नही है, आज गैरसैंण में सिर्फ 15 अगस्त 26 जनवरी ओर राज्य स्थापना दिवस के कार्यक्रम होते है।
संसदीय कार्यमंत्री ने जबाब देते हुए राज्य आंदोलन के समय की हुई घटनाओं का जिक्र किया। संसदीय कार्यमंत्री ने सदन में कहा सरकार का अगला सत्र भराड़ीसैण में आहूत होगा। इस दौरान जवाब देते हुए संसदीय कार्यमंत्री आक्रोशित हुए। जिसपर विधायको के आक्रोश को देखते हुए विस अध्यक्ष अपनी सीट पर खड़ी हुई। उन्होने निर्देश दिए की, विधायक आपस मे बात करने के बजाय जबाब सुने।
टेक होम राशन की आपूर्ति
कांग्रेस विधायक भुवन कापड़ी ने टेक होम राशन की आपूर्ति से जुड़ा सवाल पूछा। विधायक ने पूछा क्या राज्य में 4 महीने से टेक होम राशन की आपूर्ति नहीं हुई, क्या राज्य में 16 माह से आंगनबाड़ी भवनो का किराया भुगतान नहीं हुआ..? इस पर महिला सशक्तिकरण व बाल विकास मंत्री ने कहा भारत सरकार से बजट न मिलने के कारण राशन की आपूर्ति में व्यबधान हुआ है। उन्होंने कहा कि 37 करोड़ 36 लाख 57 सतावन हजार 800 धनराशि अवमुक्त की गई है । निदेशालय की मांग पर जल्द लंबित राशि का भुगतान हो जाएगा। आंगनबाड़ी भवनों का किराये का जल्द भुगतान हो जाएगा
विधायक ने व्यवस्था पर उठाए सवाल
वहीं कांग्रेस विधायक सुमित ह्रदयेश ने व्यवस्था का प्रश्न उठाया। विधायक सुमित हिरदेश ने कहा कि नंदा देवी कन्याधन योजना ” हमारी कन्या हमारा अभिमान योजना” के तहत नैनीताल में कन्याओं को योजना का लाभ नहीं पा रहा। इस पर महिला सशक्तिकरण व बाल विकास मंत्री ने कहा नैनीताल में 7547 लाभार्थियों को योजना का लाभ मिल रहा है, नंदा गौरा योजना से 2016-17 में 8 जनपदों की 6083 बालिकाएं वंचित है। जिसमें चमोली में 192, देहरादून में 256, हरिद्वार में 112, पौड़ी गढ़वाल में 107, पिथौरागढ़ में 1852, रुद्रप्रयाग में 362, टिहरी गढ़वाल में 937, उधमसिंह नगर में 2265 बालिकाएं वंचित हैं 2016-17 के भुगतान के लिए 9 करोड़ 12 लाख 45 हजार की राशि की जरूरत है।
सदन में उठा महिला सशक्तिकरण से जुड़ा मुद्दा
भाजपा विधायक महेश जीना पूछा महिला सशक्तिकरण के लिए सरकार कौन-कौन सी योजनाएं संचालित कर रही है। साथ ही उन्होंने पूछा की 2022-23 में राज्य की कितनी महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ा गया, कितनी सहायता प्रदान की गई। जिस पर महिला सशक्तिकरण मंत्री रेखा आर्य ने जवाब दिया। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड महिला समेकित विकास योजना व मुख्यमंत्री महिला सतत आजीविका योजनाओं का संचालन हो रहा है । उत्तराखण्ड महिला समेकित विकास योजना वित्तीय वर्ष 2019-20 से अब तक 4235 महिलाओं और मुख्यमंत्री महिला सतत आजीविका योजना 2725 महिलाओं को लाभ मिला है। 316.14 लाख धनराशि की सहायता प्रदान की गई है।
तो वही कांग्रेस विधायक प्रीतम ने सवाल उठाते हुए कहा कि सीएम के विभागों के प्रश्नों का जवाब देने का दिन कब आएगा। उन्होंने कहा कि सीएम के पास सबसे अधिक विभाग लेकिन उनके विभागों का जवाब देने के लिए वक्त कब तय होगा। सोमवार को मुख्यमंत्री के विभागों के प्रश्नों के उत्तर का दिन रहता है ,लेकिन सदन मंगलवार से शुरू हुआ
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