उत्तराखंड
अब राज्य में बनेंगे चिल्ड्रन ट्रेफिक पार्क, दी जाएगी ये जानकारी, पढ़ें डिटेल्स…
Uttarakhand: आमजन को सुकून देने वाले पार्क, चिल्ड्रन पार्क, योगा पार्क या वूमन गार्डन। अब तक यही सुना। अब राज्य में चिल्ड्रन ट्रेफिक पार्क भी होंगे। सड़क पर वाहन कैसे चलाना है। क्या सावधानियां बरतनी है। ट्रेफिक नियम क्या है? इसमें यह सब सीखने को मिलेगा। खासकर बच्चे खेल-खेल में ट्रेफिक नियम समझ पाएंगे। जी हां मुख्य सचिव डॉ एसएस संधू की अध्यक्षता में मंगलवार को राज्य सड़क सुरक्षा कोष प्रबंध समिति की बैठक आयोजित हुई। इस बैठक में मुख्य सचिव ने अधिकारियों को प्रदेशभर में चिल्ड्रन ट्रैफिक पार्क बनाए जाने के निर्देश दिए है।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार मुख्य सचिव ने बैठक के दौरान देहरादून, नैनीताल, हरिद्वार और उधमसिंह नगर जैसे अधिक ट्रैफिक दबाव वाले क्षेत्रों से चिल्ड्रन ट्रेफिक प्लान की शुरुवात किए जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि छोटे बच्चे बहुत जल्दी सीखते हैं और उसे जिन्दगी भर याद रखते हैं। इससे बच्चों में ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूकता बढ़ेगी और आने वाले समय में देश और प्रदेश को ट्रैफिक नियमों के प्रति जिम्मेदार नागरिक मिलेंगे। इसके साथ ही मुख्य सचिव ने 10 से 15 मिनट की विडियोज बनाकर स्कूलों में बच्चों को दिखाए जाने के भी अधिकारियों को निर्देश दिए। जिससे बच्चों में ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूकता बढ़ेगी।
बताया जा रहा है कि चिल्ड्रेन ट्रेफिक पार्क में जेबा क्रॉसिंग, ट्रैफिक सिग्नल्स, रेफलेक्टर, साइन बोर्ड, रोड ट्रैक, येलो लाइन, यू टर्न सहित ट्रैफिक रूल्स से जुड़ी सभी जानकारी दी जाती है। सड़क सुरक्षा संबंधित संदेश डिस्प्ले होते है, ताकि यहां आने वाले लोग और बच्चे इन्हें पढ़ने के साथ ही अच्छी तरह समझ सके.। माना जा रहा है कि यातायात नियमों के प्रति जागरूकता से ही सडक़ हादसों में कमी आएगी। 16 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चे बिना गियर वाले दुपहिया वाहन चला सकते है। स्कूलों में टू-व्हीलर लेकर आते हैं, लेकिन ज्यादातार के पास न लाइसेंस होता है और न ही नियमों की जानकारी होती है।
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