उत्तराखंड
बसन्त पंचमी पर ये काम करने से रुष्ट हो जाती है माँ सरस्वती, जानें…
माघ मास की पंचमी तिथि यानी बसंत पंचमी का आरंभ 25 जनवरी को 12 बजकर 35 मिनट से हो गया है जोकि 26 जनवरी को 10 बजकर 29 मिनट तक रहेगी। मान्यता है कि बसंत पंचमी पर देवी सरस्वती की पूजा करने से मां लक्ष्मी और देवी काली का भी आशीर्वाद मिलता है। लेकिन कुछ ऐसे काम है जिन्हें बसंत पंचमी के दिन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। माना जाता है कि इस दिन ये काम करने से मां सरस्वती रुष्ट हो जाती है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, बसंत पंचमी के दिन ज्ञान, कला की देवी माता सरस्वती का प्रादुर्भाव हुआ था। बसंत पंचमी को साल के अबूझ मुहूर्तों में से एक माना जाता है। इसी के कारण इसे दिन बिना मुहूर्त देखें शादी-विवाह, मुंडन, छेदन, गृह प्रवेश सहित अन्य शुभ काम किए जाते हैं। सरस्वती की विधिवत पूजा करने का विधान है। लेकिन कुछ काम करना अच्छा नहीं माना जाता। आइए जानते हैं कौन से काम करने से माँ सरस्वती रुष्ट हो जाती है।
ये है काम
- बसंत पंचमी के साथ बसंत ऋतु का भी आरंभ हो जाता है। इसलिए बसंत पंचमी के दिन पेड़-पौधों की कटाई नहीं करनी चाहिए।
- बसंत पंचमी के दिन मां बिल्कुल भी काले, लाल या अन्य रंग के कपड़े नहीं पहनना चाहिए।
- मां सरस्वती को वाणी का देवी कहा जाता है। इसलिए इस दिन अपनी वाणी में थोड़ा कंट्रोल रखें। किसी से अपशब्द न बोले और न ही किसी से वाद विवाद न करें।
- अगर आपने बसंत पंचमी के दिन विधिवत पूजा करने के साथ व्रत रख रहे है, तो कोशिश करें कि सात्विक भोजन करें। मांस-मदिरा का सेवन न करें, तो बेहतर है।
नोट– इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। यह मान्यताओं पर आधारित हैं।
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