उत्तराखंड
टिहरी में भी लंपी वायरस का कहर, उठ रही ये मांग…
टिहरी के विकासखंड भिलंगना के बूढ़ाकेदार क्षेत्र के मेड, मारवाड़ी, निवाल गांव, आगर, रगक्ष्या, थाती, आगुंडा, कोटी, पिंसवाड, तितरूणा, कोट, विशन,तोली,जखाणा, गेवाली , दल्ला , भिगुन, सौला, कुड़ी, कुंडयाली गांव के साथ ही बासर पट्टी में भी वायरल लंम्पी रोग बीमारी फैलने के कारण सैकड़ों पशु मर चुके हैं। जबकि हजारों पशु घायल पड़े हुए हैं।
वही क्षेत्रीय लोगों में पशुपालन विभाग के द्वारा दवाई उपलब्ध न कराए जाने पर लोगों में रोष दिखाई दिया। वहीं क्षेत्र भ्रमण पर आये घनसाली के पूर्व विधायक भीम लाल आर्य को क्षेत्रीय लोगों के द्वारा आक्रोश व्यक्त कर पशुओं में लंम्पी रोग बीमारी से हुए नुकसान से अवगत कराते हुए है। पशुपालन विभाग से कैंप लगाकर दवाई वितरण करने कि मांग कि गई जिस पर पूर्व विधायक द्वारा पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा से दूरभाष पर बात कर क्षेत्र की स्थिति से अवगत करवाया गया।
जबकि यहां पर लोगों का पशुपालन मुख्य व्यवसाय होने के बावजूद पशु पालन विभाग की अनदेखी का शिकार होना पड़ रहा है। वहीं मुख्य जिला पशु चिकित्सा अधिकारी टिहारी डॉ० आशुतोष जोशी का कहना है कि यथाशीघ्र क्षेत्र में कैंप लगाकर दवाई वितरण की जाएगी। आठ सदस्य टीम को प्रभावित क्षेत्र घनसाली में भेजा जाएगा। आक्रोश व्यक्त करने वालों में पूर्व प्रधान निवाल गांव बावन सिंह बिष्ट, सामाजिक कार्यकर्ता प्यार सिंह राणा, महिला मंगल दल अध्यक्षा सुनीता देवी,बादर सिंह गुनसोला, ध्यान सिंह राणा, आदि लोग मौजूद रहे।
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