उत्तराखंड
दुर्गम एवं पर्वतीय क्षेत्रों में 245 नये डॉक्टरों की नियुक्ति के निर्देश, ऐसे होगी तैनाती…
देहरादून: उत्तराखंड में दोबारा सत्ता पर बैठने के बाद धामी सरकार का मंत्रीमंडल एक्शन में है। कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत लगातार कई बड़े फैसले ले रहे है। प्रवक्ताओं की भर्ती के ऐलान के बाद अब मंत्री धन सिंह रावत ने दुर्गम एवं पर्वतीय क्षेत्रों में 245 नये डॉक्टरों की नियुक्ति के निर्देश दिए है। अब पर्वतीय क्षेत्रों में डॉक्टारों की नियुक्ति होने से लोगों को स्थानीय स्तर पर बेहत्तर इलाज मिल सकेगा। बताया जा रहा है कि इसके लिए स्वास्थ्य महानिदेशक द्वारा प्रस्ताव शासन को भेज दिया गया है, अब प्रस्ताव की स्वीकृति मिलते ही सभी पास आउट चिकित्सकों को तैनाती दे दी जाएगी।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में डॉक्टरों की कमी को पूरा करने के लिए सूबे में बॉण्ड व्यवस्था लागू की गई है, इसके तहत डॉक्टरों को एमबीबीएस करने के बाद पहाड़ के अस्पतालों में पांच सालों तक सेवाएं देनी अनिवार्य है। ऐसे अब चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत ने कहा है कि शीघ्र ही राज्य को 245 एमबीबीएस डॉक्टर मिलेंगे। इन सभी डॉक्टरों को बॉण्ड व्यवस्था के अंतर्गत सूबे के दुर्गम एवं पर्वतीय क्षेत्रों में स्थित चिकित्सा इकाईयों में नियुक्ति देने के निर्देश विभागीय उच्चाधिकारियों को दे दिये गये हैं।
बताया जा रहा है कि राज्य में संचालित चारधाम यात्रा एवं कैलाश मानसरोवर यात्रा को देखते हुये यात्रा काल के लिये 25-25 डॉक्टरों को यात्रा मार्ग पर स्थित जनपदों चमोली, रूद्रप्रयाग, उत्तरकाशी, चम्पावत एवं पिथौरागढ़ में तैनात किया जायेगा। ताकि तीर्थ यात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं सुलभ हो सके। जबकि बॉण्ड व्यवस्था के अंतर्गत जनपद चमोली में 39, उत्तरकाशी में 25, रूद्रप्रयाग में 25, पौड़ी गढ़वाल में 12, टिहरी गढ़वाल में 18, नैनीताल में 6, बागेश्वर में 29, चम्पावत में 25, पिथौरागढ़ में 25, अल्मोड़ा में 41 चिकित्सकों को नियुक्ति दी जायेगी।
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