उत्तराखंड
निर्देश: घोड़े खच्चरों का उनके स्वामी रखें ख़्याल, जानवरों के साथ न करें जानवरों जैसा व्यवहार…
रुद्रप्रयाग: केदारनाथ यात्रा मार्ग में घोड़े खच्चरों की हो रही मौतों की संवेदनशीलता को देखते हुए सूबे के पशुपालन,दुग्ध विकास,मत्स्य पालन,गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग,प्रोटोकॉल,कौशल विकास एवं सेवायोजन मंत्री सौरभ बहुगुणा रविवार को रुद्रप्रयाग पहुुंचे।यहाँ उन्होंने जिला प्रशासन,पशु चिकित्सा अधिकारियों,घोड़ा खच्चर यूनियन के पदाधिकारियों समेत संबंधित विभागों के साथ यात्रा एवं घोड़े खच्चरों के स्वास्थ्य की समीक्षा की।
आपको बता दे कि सबसे पहले पशुपालन मंत्री ने जिला मुख्यालय रुद्रप्रयाग स्थित रुद्रा काम्पलैक्स में जिला प्रशासन के साथ बैठक की. उसके बाद मंत्री सौरभ बहुगुणा केदारनाथ यात्रा मार्ग सोनप्रयाग से गौरीकुंड तक मौके पर निरीक्षण करने पहुंचे। मंत्री बहुगुणा ने यात्रा मार्ग में संचालित हो रहे घोड़े खच्चरों के संबंध में संबंधित अधिकारियों एवं घोड़े खच्चर संचालको से घोड़े खच्चरों का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिये। उन्होंने यात्रा मार्ग में घोड़े खच्चरों के पानी, रखरखाव की उचित व्यवस्था करने एवं जानवरों के साथ क्रूरता न करने के निर्देश घोड़े खच्चर संचालकों एवं हॉकरों को दिए। उन्होंने यात्रा मार्ग पर संचालित घोड़े खच्चरों में से पचास फीसदी का संचालन ही एक दिन में करने के निर्देश भी दिए,उन्होंने हर हाल में घोड़े खच्चरों को एक दिन का आराम देने के निर्देश दिए।
किसी भी दशा में घोड़े खच्चरों से डबल चक्कर न लगाये जाय,इसके लिये उन्होने पुलिस एवं संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये कि यदि किसी के द्वारा ऐसा किया जाता है तो उसके विरुद्ध नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित की जाय।उन्होनें घोड़ा पड़ाव में घोडे खच्चरों के रहने के लिए शेड तैयार करने के हेतु उपजिलाधिकारी ऊखीमठ को प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिये।इसके साथ ही चिकित्सकों के लिए सोनप्रयाग एवं गौरीकुंड में आवास व्यवस्था करने के भी निर्देश दिये गये।
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