उत्तराखंड
इंफ्लूएंजा- ए के खतरे को देखते हुए उत्तराखंड में अलर्ट, लोगों से की सावधानी बरतने की अपील…
देशभर में बढ़ रहे इंफ्लूएंजा – ए के सब वेरिएंट एच 3 एन के मरीजों की संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य महानिदेशक विनीता शाह ने अलर्ट जारी कर दिया है । देहरादून सीएमओ डा संजय जैन ने लोगों से मास्क एवं सोशल डिस्टेसिंग का पालन करने की अपील की है। बताया जा रहा है कि दून में सांस की समस्या से ग्रसित मरीजों को भर्ती किया जा रहा है । अभी किसी भी मरीज में इस वायरस की पुष्टि नहीं हुई है । लेकिन इस वायरस के लक्षण कई लोगों में देखने को मिल रहे है। ऐसे में लोगों से सावधानी बरतने की अपील की गई है।
स्वास्थ्य महानिदेशक डा . विनीता शाह ने कहा है कि अस्पतालों में इंफ्लूएंजा – ए के सब वेरिएंट एच 3 एन के मरीजों की सघन निगरानी की जाए । हर मरीज की आईएचआईपी पोर्टल में एंट्री की जाए अस्पतालों में दवाईयों , मास्कों की कमी न हो । जागरूकता अभियान आईईसी के माध्यम से चलाए जाएं । तीन दिन में डेथ ऑडिट रिपोर्ट अनिवार्य रूप से दें। उन्होंने सभी मुख्य चिकित्साधिकारियों से पर्याप्त संख्या में आइसोलेशन बेड वार्ड , आईसीयू , वेंटीलेटर आदि की व्यवस्था करने को कहा है।
डॉक्टरों के मुताबिक , इन दिनों इंफ्लूएंजा – ए के सब वेरिएंट एच 3 एन 2 के लक्षण वाले मरीजों की भरमार है । दून अस्पताल और कोरोनेशन अस्पताल में डॉक्टरों के पास पहुंच रहा हर दूसरा मरीज इन्हीं लक्षणों वाला है । रुड़की में ऐसे लक्षणों वाले 30 प्रतिशत मरीज सिविल अस्पताल में पहुंच रहे हैं । जिला अस्पताल टिहरी के सीएमएस डा . अमित राय ने बताया कि रोजाना 70 से 80 मरीज खांसी – जुकाम के अस्पताल पहुंच रहे हैं । कुमाऊं मंडल के अस्पतालों में भी बुखार , खांसी , जुकाम के मरीजों की संख्या बढ़ी है।
बदलते मौसम में इंफ्लूएंजा – ए वायरस के लक्षण लोगों को परेशान कर रहे हैं बायरस ने इस बार मरीजों के गले पर हमला बोला है । गले में संक्रमण से दर्द , खराश और सूजन से मरीज बेहाल है । खांसी तीन हफ्तों तक ठीक नहीं हो रही है । फिजीशियन , ईएनटी और चेस्ट स्पेशलिस्ट के यहां भीड़ उमड़ रही है । दून अस्पताल के एचओडी मेडिसिन डॉ . नारायणजीत सिंह का कहना है कि इंफ्लूएंजा वायरस पूर्व में भी होता रहा है , इस बार मरीजों की संख्या ज्यादा है। आशंका है कि इस बार वायरस में म्यूटेशन हुआ होगा ।
अभी सब – टाइप एच 3 एन 2 की पुष्टि नहीं हुई है । सभी वेरिएंट की जांच और पीसीआर स्टडी के बाद ही इसका पता चल सकेगा । एक सप्ताह में स्थिति स्पष्ट हो जाएगी । उधर , एक्सरे में छाती बिल्कुल सामान्य आ रही है । वायरल के इस बदले रूप से विशेषज्ञ भी हैरान हैं । ये लोगों को बदलते मौसम में खास एहतियात बरतने की सलाह दे रहे हैं।
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