Connect with us

बैन: आज से पूरे देश मे नहीं मिलेगा प्लास्टिक का ये सामान, मिला तो होगा अपराध…

उत्तराखंड

बैन: आज से पूरे देश मे नहीं मिलेगा प्लास्टिक का ये सामान, मिला तो होगा अपराध…

देश। आज यानि शुक्रवार 1 जुलाई से सिंगल यूज प्लास्टिक वस्तुओं के उत्पादन, निर्यात, वितरण, स्टॉकिंग और इस्तेमाल पर एक जुलाई से प्रतिबंध लागू हो गया है। प्रतिबंध का पालन कराने के लिए नेशनल और स्टेट लेवल पर कंट्रोल रूम खुलेंगे। कार्रवाई के लिए स्पेशल इंफोर्समेंट टीमों का भी गठन होगा। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से शिकायतों के लिए ऐप लॉन्च किया गया है।

देश में कई सारे प्रोडक्ट्स हैं, जिनमें प्लास्टिक का इस्तेमाल होता है। चाहे फिर वो आपकी पसंदीदा कैंडी हो या फिर किसी भी चीज की प्लास्टिंग से पैकिंग। लेकिन अब से आपको सिंगल यूज ऑफ प्लास्टिक नजर नहीं आएगा। क्योंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 4 साल पहले सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल को चरणबद्ध तरीके से खत्म करने की शपथ ली थी। इसके बाद अब आज 1 जुलाई से इन रूल्स को पूरी तरह फॉलो किया जाएगा। आज से Single Use Plastic के इस्तेमाल पर बैन लगेगा।

यह भी पढ़ें 👉  Breaking: उत्तराखंड लोक सेवा आयोग के लिए इन पदों का नया अपडेट जारी…

इन पर आज से प्रतिबंध
सिंगल यूज प्लास्टिक प्रतिबंधित करने के बाद प्लास्टिक स्टिक, फ्लैग्स, आइसक्रीम स्टिक्स, प्लास्टिक प्लेट्स, कप, गिलास, कटलरी, स्पून, स्ट्रॉ और आमंत्रण पत्र प्रतिबंधित हो गए हैं।

यह भी पढ़ें 👉  Breaking: IAS के ताबड़तोड़ तबादले, देखें…

पाबंदी के बाद अब ये मिलेंगे
पाबंदी के बाद कॉटन बैग, बांस-लकड़ी के उत्पाद, मिट्टी और अन्य सिरेमिक के बने बर्तन, कंपोजिटेबल प्लास्टिक (नष्ट हो जाने वाले) का अन्य सामान।

जानिए इससे जुड़े कुछ अहम तथ्य 

सिक्किम पहला राज्य है जिसने 1998 में सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग पर प्रतिबंध लगाया।

सरकार ने प्लास्टिक बैग की मोटाई के लिए एक मानक तय किया है और खुदरा विक्रेताओं द्वारा उपलब्ध कराए जाने वाले बैग के लिए शुल्क अनिवार्य कर दिया।

यह भी पढ़ें 👉  मुलाक़ात: राज्य सभा सांसद भट्ट ने जाना पत्रकार योगेश डिमरी का हाल-चाल…

प्लास्टिक प्रदूषण रोकने के लिए सार्वजनिक स्थलों, राष्ट्रीय संपदाओं, जंगलों और समुद्री तटों पर साफ-सफाई अभियान शुरू किए गए हैं। पूरे देश में करीब 100 स्मारकों को शामिल किया गया है।

सड़क निर्माण में प्लास्टिक का उपयोग करना शुरू किया गया।

पर्यावरण और पारिस्थितिकी विकास सोसायटी ने दिल्ली में प्लास्टिक प्रदूषण को कम करने के लिए बीट प्लास्टिक प्रदूषण नाम दिया गया।

Latest News -
Continue Reading
Advertisement

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

More in उत्तराखंड

उत्तराखंड

उत्तराखंड

ट्रेंडिंग खबरें

To Top