Connect with us

उत्तराखंड में एक और शिक्षक पर गिरी गाज, विभाग ने निलंबित कर दिया ये आदेश

उत्तराखंड

उत्तराखंड में एक और शिक्षक पर गिरी गाज, विभाग ने निलंबित कर दिया ये आदेश

रुद्रप्रयागः उत्तराखंड में जिन विद्या के मंदिर में बच्चों का भविष्य तय होता है। उन्हें अच्छी सीख दी जाती है। जिन शिक्षकों पर बच्चों के भविष्य का दारोमदार हो पहाड़ पर उन्हीं शिक्षकों के नशे में लिप्त होने के मामले लगातार सामने आ रहे है। ऐसे शिक्षकों पर शिक्षा विभाग एक बाद एक कड़ी कार्रवाई

रुद्रप्रयागः उत्तराखंड में जिन विद्या के मंदिर में बच्चों का भविष्य तय होता है। उन्हें अच्छी सीख दी जाती है। जिन शिक्षकों पर बच्चों के भविष्य का दारोमदार हो पहाड़ पर उन्हीं शिक्षकों के नशे में लिप्त होने के मामले लगातार सामने आ रहे है। ऐसे शिक्षकों पर शिक्षा विभाग एक बाद एक कड़ी कार्रवाई कर रहा है। शनिवार को विभाग ने एक और नशे में लिप्त शिक्षक को सस्पेंड कर दिया है। मामला रुद्रप्रयाग जिले के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय चोपड़ा विकासखंड जखोली से सामने आया है। यहां नशे की हालात में स्कूल पहुंचने पर शिक्षक जगदीश लाल को निलंबित कर दिया गया है।

यह भी पढ़ें 👉  सीमांत गांव जादूंग अब वाइब्रेंट विलेज योजना के तहत पर्यटन की नई पहचान बनने की ओर अग्रसर...

मीडिया रिपोर्टस के अनुसार 25 मार्च 2022 को शिक्षक जगदीश लाल विद्यालय में नशे की हालत में पाए गए। शिक्षक जगदीश लाल राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय चोपड़ा विकासखंड जखोली में सहायक अध्यापक के साथ-साथ प्रभारी प्रधानाध्यापक भी थे। जिस पर कार्रवाई करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक शिक्षा वाई एस चौधरी ने तत्काल प्रभाव से शिक्षक को निलंबित कर दिया है। साथ ही स्कूल के संपूर्ण प्रभार वरिष्ठ शिक्षक को हस्तांतरित करने के निर्देश भी दिए हैं।

यह भी पढ़ें 👉  सीमांत गांव जादूंग अब वाइब्रेंट विलेज योजना के तहत पर्यटन की नई पहचान बनने की ओर अग्रसर...

गौरतलब है कि पौड़ी के प्रधानाचार्य का नशे की हालात में बच्चों को पढ़ाने का वीडियो वायरल हुआ था। जिसके बाद से ही शिक्षा विभाग एक्शन में आ गया। प्रधानाचार्य को निलंबित कर शिक्षकों के नशे में मिलने पर सख्त कार्रवाई के आदेश दिए थे। जिसके बाद अभी कुछ दिन पूर्व ही पौड़ी में 2 शिक्षक सस्पेंड हुए थे। उससे पूर्व शिक्षा महकमे ने कठोर आदेश भी जारी किया था। बावजूद उसके शिक्षकों के नशे की हालत में स्कूल पहुंचने के मामले कम नहीं हो रहे हैं।

Continue Reading
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

More in उत्तराखंड

उत्तराखंड

उत्तराखंड
To Top